रांची। आजसू पार्टी ने रविवार को अपना स्थापना दिवस 'बलिदान दिवस' के रूप में मनाया। इस अवसर पर खेलगांव स्थित हरिवंश टाना भगत स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने जहां झामुमो और कांग्रेस पर निशाना साधा। वहीं, राज्य सरकार की नाकामियां भी गिनाईं।

उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य के लिए संघर्ष आजसू ने किया। बाकी ने सिर्फ सौदेबाजी की। सुदेश ने प्रखंडों में व्याप्त भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए कहा कि यहां सिस्टम में डकैती हो रही है, जनता त्रस्त है।

उन्होंने कहा कि सारा तंत्र काम में अड़ंगा लगाकर तथा डरा-धमकाकर लूट में लगा है, जमीन की भी लूट मची है। इन सभी के विरुद्ध लड़ाई लड़ने के लिए आजसू तैयार है। उन्होंने इसके लिए कार्यकर्ताओं से संघर्ष करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि वोट के लिए उन छह लाख महिलाओं के खाते में पैसे बांटे गए जो इसके लिए योग्य नहीं थे। सवाल उठाया कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार झूठ बोलकर और गुमराह कर राजनीति कर रही है।

उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा जाति जनगणना की घोषणा का स्वागत किया, लेकिन यह भी कहा कि आबादी के आधार पर आरक्षण भी तय करना होगा।

उन्होंने कहा कि चुनावी घोषणा के बाद भी न तो नियोजन नीति बनी, न ही स्थानीय और विस्थापन नीति। उन्होंने कहा कि पेसा नियमावली पर कांग्रेस सिर्फ राजनीति कर रही है, जबकि इस पार्टी ने ही परंपरागत स्वशासन व्यवस्था को खत्म किया था।

कार्यक्रम में पार्टी के वरीय उपाध्यक्ष सह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने कार्यकर्ताओं से प्रखंड और पंचायत तक जाकर राज्य सरकार की नाकामियों को बताने का आह्वान किया।

पार्टी के प्रधान महासचिव सह पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस ने कहा कि जेपीएससी की 90 प्रतिशत नौकरियां बाहरियों को मिली है। महासचिव सह पूर्व विधायक डॉ. लंबोदर महतो ने कहा कि वर्तमान सरकार घोटाले की सरकार के रूप में जानी जाएगी। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रवीण प्रभाकर ने पार्टी को पुराने तेवर में आने पर जोर दिया।

कार्यक्रम में बंगाल के मेदिनीपुर, पुरुलिया और ओडिशा के कई इलाकों रायरंगपुर, बारीपदा आदि से भी कार्यकर्ता पहुंचे थे। विभिन्न मोहल्लों से महानगर कार्यकर्ता मोटरसाइकिल जुलूस की शक्ल में खेलगांव स्थित समारोह स्थल पहुंचे। इस अवसर पर रक्तदान शिविर भी लगाई गई, जिसमें कार्यकर्ताओं ने रक्तदान किया।

इधर जुटे आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के पुराने नेता, मनाया स्थापना दिवस
ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के पुराने नेता रविवार को मोरहाबादी स्थित डॉ. रामदयाल मुंडा सभागार में जुटे। उन सभी ने पार्टी का 40वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर झारखंड आंदोलनकारियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया। इसमें हाल ही में आजसू पार्टी छोड़ चुकी कमल किशोर भगत की पत्नी नीरू शांति भगत भी सम्मिलित हैं।

साथ ही फिल्मों के माध्यम से झारखंड की संस्कृति की रक्षा का कार्य करने वाले मेघनाथ भठ्ठाचार्य, प्रबल महतो आदि को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नेताओं ने झारखंड राज्य गठन के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए फिर से संघर्ष करने की बात कही।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित झारखंड राज्य मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. टीएन साहू ने डॉ. रामदयाल मुंडा के नाम सम्मान स्मृति पत्र जारी किया। सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व अध्यक्ष ललित महतो ने कहा कि भाषा, संस्कृति और खतियान, झारखंडियों को पहचान के नारे को फिर से बुलंद किया जाए।

इस मौके पर आजसू के संस्थापक अध्यक्ष प्रभाकर तिर्की, संस्थापक महासचिव सूर्य सिंह बेसरा, पूर्व अध्यक्ष ललित कुमार महतो, रतन तिर्की, जाय बखला, प्रो विनोद भगत आदि ने पार्टी के पुनर्गठन पर जोर दिया। सभी ने वृहद झारखंड राज्य के लिए आंदोलन शपथ लिया।

यह भी निर्णय लिया गया कि आजसू का पुनर्गठन कर छात्रों को कमान सौंपा जाएगा। साथ ही आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन का राजनीतिक इस्तेमाल करने वालों के विरुद्ध भारत निर्वाचन आयोग से शिकायत करने का निर्णय लिया गया।